Kavita By Hari Malhotra
अँधेरे को देखना
ख़ामोशी को सुनना
अजब सत्गुरु तेरी
बंदगी के तरीके हैं।
ख़ामोशी को सुनना
अजब सत्गुरु तेरी
बंदगी के तरीके हैं।
अँधा होना होगा
गूंगा बन जाना होगा
अंतर में अपने ही
सत्गुरु को पाना होगा
बाहर से नियम
भीतर से संयम
तभी तो होगा
शाश्वत संगम