SHRI SATGURU DEVAI NAMAH ! This blog has been created for all the Gurmukhs who want to be connected with the BELOVED LORD and get the DIVINE BLESSINGS. BOLO JAIKARA BOLO MERE SHRI GURU MAHARAJ JI KI JAI.
Thursday, 7 July 2011
Kavita by Hari Malhotra
तेरी रहमतो के छींटों से,
सराबोर हैं सब गुरुमुख !
किरपा से आपकी ही,
पाया है सबने हर सुख !!
कष्टों के काले बादल,
लगते हैं जब सताने !
कह देते हैं उनसे हम तो,
हैं आपके दीवाने !!
छा जाता है फिर आनंद,
मिट जाता है हरेक दुःख !
किरपा से आपकी ही.
पाया है सबने सब सुख !!
छाया है रंग ऐसा,
सतगुरु तेरी लगन में !
रंगीन हर कोई है,
जो आ गया शरण में !!
दासों की चमकी किस्मत,
पाकर प्रभु को सन्मुख !
किरपा से आपकी ही.
पाया है सबने सब सुख !!
किरपा से आपकी ही.
पाया है सबने सब सुख !!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.