- अपना ध्यान सदा श्री गुरु महाराज जी के श्री चरणों में लगाये रखो और श्री आज्ञा का पालन करो | सतगुरु ही सुख का सागर हैं |
- हर स्थिति में गुरु का दामन मजबूती से पकड कर रखो, उन पर विश्वास रखो, प्रार्थना करो, वो हर परिस्थिति में अपने सेवक की रक्षा करते हैं |
- जब अवगुण देखने हों तो अपने देखो और जब गुण देखने हों तो दूसरों के देखो |
- जो दूसरों के लिए खड्डा खोदता है, वो खुद उस खड्डे में गिर जाता है |
- खुद को निमाणा मानो | सतगुरु ही सर्वोपरि हैं | यदि तुम सतगुरु से प्रेम करते हो तो दूसरों से भी बड़े प्रेम, नम्रता और आदरपूर्वक व्यवहार करो |
SHRI SATGURU DEVAI NAMAH ! This blog has been created for all the Gurmukhs who want to be connected with the BELOVED LORD and get the DIVINE BLESSINGS. BOLO JAIKARA BOLO MERE SHRI GURU MAHARAJ JI KI JAI.
Thursday, 23 June 2011
शिक्षा
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